उत्कृष्ट वेदविद्यार्थी

यह पुरस्कार उस उत्कृष्ट वेदविद्यार्थी को प्रदान किया जाता है, जिसने वेदों के अध्ययन में उत्कृष्टता प्रस्तुत की है।

पुरस्कार के अन्तर्गत एक प्रमाण-पत्र, पदक और ₹ 3,00,000 की नकद राशि प्रदान की जाती है।

इस पुरस्कार के योग्य होने के लिए आपको निम्नलिखित सभी पात्रताएँ पूरी करना आवश्यक हैः

  • वर्तमान में आप किसी वैदिक परम्परा, योग्य वेदविद्यालय अथवा व्यक्तिगत गुरु के पूर्णकालिक विद्यार्थी हैं।
  • वेदों के अध्ययन में मूलान्त से ले कर वर्तमान में आपकी वैदिक योग्यता के स्तर का स्पष्ट और प्रमाण योग्य अभिलेख (रिकॉर्ड) उपलब्ध है।
  • आपने “स्तर-1” की न्यूनतम योग्यताएँ प्राप्त कर ली हों (कृपया “आवेदन कैसे करें” की तालिका देखें)।
  • आपने विगत तीन वर्षों में भारतात्मा उत्कृष्ट विद्यार्थी पुरस्कार नहीं जीता है।

आवेदन प्राप्त करने की अन्तिम दिनाङ्क 30 जून 2024 है। आवेदन 30 जून से पहले सिंघल फाउण्डेशन के कार्यालय में पहुँच जाने चाहिए। इस दिनाङ्क के पश्चात् प्राप्त आवेदनों पर 2024 के पुरस्कारों के लिये विचार नहीं किया जाएगा।

प्रत्येक श्रेणी के लिये आवेदन पत्र आप हमारी वेबसाइट www.bharatatmapuraskar.org से कर सकते हैं।

यह सुनिश्चित करें कि योग्यता मापदण्डों को पूरा करने के लिए आपने अपने दस्तावेज/प्रमाणपत्र/ अंकतालिकाएँ साक्ष्य के तौर पर संलग्न कर दिए हैं।

आप आवेदन हस्तलिखित या माइक्रोसॉफ्ट वर्ड का प्रयोग कर भर सकते हैं. यदि आप आवेदन ईमेल के द्वारा भेज रहे हैं तो सिर्फ .pdf में ही भेजें ना कि .doc या .docx

पूर्णतः भरा हुआ आवेदन पत्र डाक या कूरियर सेः सिंघल फाउण्डेशन, द्वारा सिक्योर मीटर्स लिमिटेड, प्रतापनगर इण्डस्ट्रियल एरिया, उदयपुर 313003 को भेजें।

या

आप सभी दस्तावेजों को स्कैन करके पी.डी.एफ़ (pdf) प्रारूप में ईमेल करेंः applications@bharatatmapuraskar.org

 

चयन प्रक्रिया

सिंघल फाउण्डेशन प्रत्येक श्रेणी के विजेता चुनने के लिए एक उच्च गुणवत्ता वाली और निष्पक्ष प्रक्रिया अपनाती है। विजेताओं का निर्णय दो चरणों की प्रक्रिया द्वारा किया जाता है। प्रथम चरण में वैदिक विशेषज्ञों की एक समिति, प्राप्त आवेदनों (शिक्षकों और विद्यार्थियों के नाम अज्ञात होंगे) की समीक्षा कर सम्भावित विजेताओं की छंटनी करके एक सूची बनाएगी। यह छंटनी आवेदकों द्वारा आवेन पत्र में दी गई जानकारी के आधार पर की जाएगी।अतः आवेदनपत्र का पूरा और सही भरा जाना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसके पश्चात् इस सूची पर निर्णायक समिति (जूरी) जिसमें सभी वेदों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ होंगे, द्वारा विचार किया जायेगा। विजेताओं पर अपना अन्तिम निर्णय लेने से पूर्व जूरी चयनित विद्यालयों का दौरा करेगी और चयनित शिक्षकों और विद्यार्थियों से साक्षात्कार करेगी।

पात्र विद्यार्थियों की उत्कृष्टता का मूल्यांकन निम्न आधार पर किया जाएगाः

  • अध्ययन में उत्कृष्टता जो वैदिक शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर शैक्षिक उपलब्धियों द्वारा प्रमाणित हुई है।
  • वैदिक शिक्षा में निरन्तरता।
  • पढ़े गए वेद के पारम्परिक पाठ में प्रवाह।
  • शिक्षा के अन्य क्षेत्रों में रूचि का स्तर।
  • वैदिक परम्पराओं के अनुसार जीवन आचरण।
  • स्वशाखा या अन्य वेदग्रन्थों के अतिरिक्त वेदशाखाओं व ग्रन्थों का अध्ययन।

जब आप पुरस्कार के लिये आवेदन करें तो यह सुनिश्चित करें कि आपने योग्यता मानदण्डों को पूरा करने के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज साक्ष्य के तौर पर प्रस्तुत कर दिए हैं।