नाम – वेदमूर्ति गुल्लपल्ली श्री सीतारामचन्द्रमूर्ति घनपाठी
पिताजी – श्री वेदमूर्ति आञ्जनेय घनपाठी
जन्मस्थान – राजमहेन्द्री, आन्ध्रप्रदेश, दक्षिण-भारत
जन्मतिथि – १५ फरवरी-१९६६
वेद – कृष्णयजुर्वेद
शाखा – तैत्तिरीय
गुल्लपल्लीजी ने अपने पिताजी श्री वेदमूर्ति आञ्जनेय घनपाठी एवं अनेक विद्वानों के सान्निध्य में वेदाध्यय्न के साथ वेदभाष्य, धर्मशास्त्र, साहित्य, वेदान्त आदि अनेक विषयों का अध्ययन किया है। गुरुजी द्वारा 36 विद्यार्थियों को वैदिक शिक्षा प्रदान की गई हैं।
आपने कई वैदिक सम्मेलनों, सेमिनारों और वैदिक परीक्षाओं में भाग लिया है।
श्री गुल्लपल्लीजी गुरुजी गृहस्थाश्रम के प्रधान कर्म नित्याग्निकर्म का पालन करते हैं। श्री गुरुजी को अपनी इस अमूल्य वेदसेवा के लिए भारतज्योति, आम्नायवाचस्पति जैसे अनेक प्रतिष्ठित अलंकरणों से अलङ्कृत किया गया हैं।
वेदमूर्ति गुल्लपल्ली श्री सीतारामचन्द्रमूर्ति घनपाठीजी को उत्तम वेदलेवा एवं आदर्श अध्यापन के लिए भारतात्मा अशोकजी सिंघल वेद पुरस्कार-२०२१ के आदर्श वेदाध्यापक पुरस्कार से अलङ्कृत किया गया।