नाम – श्री आनन्द रत्नाकर जोशी
पिताजी – श्री रत्नाकरजी
माताजी – श्रीमती राधिकाजी
जन्मस्थान – मोगरा ग्राम, बीड़, महाराष्ट्र
जन्मतिथि – २१ जुलाई-१९९४
वेद – शुक्लयजुर्वेद
शाखा – काण्वशाखा
श्री आनन्दजी जोशी श्रीमती राधिकाजी और श्री रत्नाकरजी के ज्येष्ठ सुपुत्र हैं। श्री आनन्दजी ने डॉ. विजय कुमारपट्टजी जोशी के सान्निध्य में शुक्लयजुर्वेद काण्वशाखा का संहिता अध्ययन, श्री राघवेन्द्रजी घनपाठी के सान्निध्य में पद-क्रम-जटा-घन विकृति पाठों का अध्ययन, डॉ. वी. एस. प्रतापचन्द्रजी घनपाठी के सान्निध्य शिक्षा-प्रातिशाख्य-शतपथब्राह्मण का अध्ययन किया।
वर्तमान में डॉ. वी. एस. प्रतापचन्द्रजी घनपाठी के सान्निध्य में श्रौतसूत्रों का अध्ययन कर रहे हैं।
श्री आनन्द जी ने अपने वैदिक ज्ञान से वेदशलाका प्रतियोगिता में प्रथम स्थान तथा क्रमपरीक्षा में भी स्वर्णपदक प्राप्त किया है।
श्री आनन्द रत्नाकर जोशी को अपने उतकृष्ट वेदाध्ययन के लिए भारतात्मा अशोकजी सिंघल वेद पुरस्कार-२०२१ के उत्कृष्ट वेदविद्यार्थी पुरस्कार से अलङ्कृत किया गया।